बिहार चुनाव नीतीश कुमार का ‘राजनीतिक श्राद्ध’ साबित होगा: प्रशांत किशोर का दावा
जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को दावा किया कि बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ‘‘राजनीतिक श्राद्ध’’ साबित होगा। किशोर ने यहां गांधी मैदान में आयोजित ‘बिहार बदलाव रैली’ में यह टिप्पणी की। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के लोगों को नीतीश कुमार, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने निराश किया है। हालांकि, किशोर लोगों की कम उपस्थिति को लेकर नाखुश दिखे और उन्होंने बमुश्किल 10 मिनट रैली को संबोधित करने का फैसला किया। उन्होंने प्रशासन पर ‘‘राज्य के अन्य हिस्सों से आने वाले कम से कम दो लाख लोगों के पटना में प्रवेश करने से रोकने’’ का आरोप लगाया। पूर्व चुनाव रणनीतिकार ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख नीतीश कुमार के इशारे पर काम किया। उन्होंने कहा कि वह 74-वर्षीय नेता (कुमार) का ‘‘राजनीतिक श्राद्ध’’ करेंगे। किशोर ने कहा, ‘‘आइए हम इस सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लें। जंगलराज लेकर आए लालू प्रसाद ने बिहार के लोगों को निराश किया। वे (लोग) अब नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक नए प्रकार के नौकरशाही ‘जंगल राज’ से जूझ रहे हैं और नीतीश का समर्थन करने वाले (प्रधानमंत्री) नरेन्द्र मोदी ने भी लोगों को निराश किया है।’’किशोर ने इस साल की शुरुआत में बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) परीक्षा के उम्मीदवारों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन में अपनी भागीदारी को भी याद किया। इस प्रदर्शन से जन सुराज पार्टी का कद बढ़ा था, हालांकि कुछ महीने पहले राज्य में पांच विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनावों में पार्टी कोई प्रभाव नहीं छोड़ पाई थी। पिछले साल गांधी जयंती पर राज्यव्यापी ‘पदयात्रा’ के बाद पार्टी की स्थापना करने वाले किशोर ने कहा, ‘‘मुझे इसी सार्वजनिक मैदान पर पुलिस ने हिरासत में लिया था। मैंने तब घोषणा की थी कि मैं गांधी मैदान लौटूंगा। आज प्रशासन ने मुझे अपने समर्थकों से बातचीत करने से रोकने की साजिश रची। लेकिन, अब से 10 दिनों के भीतर मैं यात्रा शुरू करूंगा और अपने लोगों से उनके दरवाजे पर मिलूंगा।’’इस बीच, जनता दल (यूनाइटेड) के विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) और प्रवक्ता नीरज कुमार ने दावा किया, ‘‘प्रशांत किशोर की रैली एक फ्लॉप शो थी। जो लोग आए, उनकी संख्या शाम को टहलने वालों की आम भीड़ से ज़्यादा नहीं थी।’’अपना संक्षिप्त भाषण समाप्त करने से पहले किशोर ने पार्टी कार्यकर्ताओं से वादा किया, ‘‘मैं मीडिया से कुछ बातें करूंगा और फिर देर रात तक गांधी मैदान में रहूंगा। मैं आप सभी से मिलूंगा।