रेल मंत्री वैष्णव ने जयपुर में रेलवे के विकास कार्यों का निरीक्षण किया
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बृहस्पतिवार को राजस्थान में जयपुर जंक्शन, गांधीनगर और खातीपुरा रेलवे स्टेशनों पर जारी विभिन्न विकास कार्यों का निरीक्षण किया तथा उनकी प्रगति की समीक्षा की। वैष्णव दिल्ली से खातीपुरा रेलवे स्टेशन पहुंचे। उन्होंने वहां विकसित की जा रही कोच रखरखाव इकाई के मॉडल का निरीक्षण किया। उन्होंने जगतपुरा में एक स्थानीय कार्यक्रम में भी भाग लिया। कार्यक्रम से इतर वैष्णव ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने रेलवे के विकास कार्यों के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा की है। रेल मंत्री ने जयपुर में गांधीनगर और खातीपुरा रेलवे स्टेशनों का नाम बदलने का सुझाव दिया ताकि उनके बारे में अधिक स्पष्टता हो सके। उन्होंने सुझाव दिया कि गांधीनगर स्टेशन का नाम बदलकर जयपुर गांधीनगर स्टेशन किया जा सकता है ताकि लोगों को स्पष्ट रूप से समझ आ सके कि यह गुजरात का नहीं बल्कि राजस्थान का गांधीनगर स्टेशन है। उन्होंने अधिकारियों से जनप्रतिनिधियों और नागरिकों से नामों के संबंध में सुझाव लेने को कहा। केंद्रीय मंत्री ने गांधीनगर रेलवे स्टेशन का दौरा किया और वहां जारी विकास कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी भी मंत्री के साथ थे। वैष्णव ने लघु उद्योग भारती के कौशल विकास केंद्र में पुरस्कार वितरण समारोह में भी भाग लिया। उन्होंने राजस्थान में ‘इनक्यूबेशन’, ‘मेंटरशिप’ और ‘फंडिंग’ के लिए सिलिकॉन वैली अमेरिका स्थित प्रसिद्ध वाई-कॉम्बिनेटर जैसे नए प्लेटफॉर्म की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने ऐसा प्लेटफॉर्म स्थापित करने के लिए राजस्थान सरकार और भारत सरकार को लघु उद्योग भारती के साथ सहयोग करने का सुझाव दिया। वैष्णव ने कहा कि केंद्र सरकार जल्द ही कौशल विकास केंद्र में विशेष इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करेगी। उन्होंने कहा, इस पहल से इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में 5,000 युवाओं को कौशल प्रदान किया जाएगा और उन्हें बेहतर प्लेसमेंट के अवसरों के लिए आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। वैष्णव ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से शिष्टाचार भेंट की। बयान के अनुसार इस दौरान राजस्थान में रेलवे की विभिन्न परियोजनाओं एवं विकास कार्यों पर विस्तृत चर्चा की। इस दौरान लॉजिस्टिक हब के लिए भरतपुर रेलवे स्टेशन के मास्टर प्लान, दिल्ली से जैसलमेर, उदयपुर से जोधपुर, बांसवाड़ा से दिल्ली एवं डूंगरपुर से मुंबई की रेल कनेक्टिविटी सुविधा में पर चर्चा हुई।